शिरोमणी अकाली दल ने मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे करोड़ों रूपये के अवैध रेत खनन रैकेट को बेनकाब किया
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शिरोमणी अकाली दल ने मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे करोड़ों रूपये के अवैध रेत खनन रैकेट को बेनकाब किया

शिरोमणी अकाली दल ने मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे करोड़ों रूपये के अवैध रेत खनन रैकेट को बेनकाब किया

शिरोमणी अकाली दल ने मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे करोड़ों रूपये के अवैध रेत खनन रैकेट को बेनकाब किया

सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र चमकौर साहिब में हो रहे अवैध रेत खनन की जांच की मांग की


कहा कि जांच में यह भी पता लगाया जाना चाहिए कि इस अपराध की आय को ए.आई.सी.सी सहित कैसे वितरित किया जा रहा था


चंडीगढ़/22जनवरी: शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी द्वारा चलाए जा रहे सैंकड़ों करोड़ रूपये के रेत खनन रैकेट का आज स्टिंग ऑपरेशन के जरिए पर्दाफाश करते हुए चन्नी के गृह क्षेत्र चमकौर साहिब में अवैध खनन की सी.बी.आई जांच की मांग की है, जिसमें जंगलात की जमीन शामिल है।

शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता स. बिक्रम सिंह मजीठिया ने मुख्यमंत्री को सीधे तौर पर फंसाने वाली ऑडियो -रिकॉर्डिंग के साथ साथ साथ करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश करते हुए कहा कि केवल एक निष्पक्ष जाचं से ही पता चल सकता है कि मुख्यमंत्री और उनके परिवार ने राज्य को किस हद तक लूटा है। ‘‘अपने 111 दिनों के कार्यकाल में अवैध रेत खनन माफिया द्वारा राज्य के खजाने की लूट 1,111 करोड़ से अधिक की होगी।

यह रिकॉर्डिंग मुख्यमंत्री और उनके भांजे भूपिंदर हनी के बीच घनिष्ठ मिलीभगत को साबित करती है, जिनसे ईडी ने हाल ही में 10 करोड़ रूपये नकद और सोना बरामद किया और साबित किया कि वे अवैध रेत खनन कारोबार में भागीदार थे। उन्होने श्री चन्नी के इस दावे को भी गलत साबित किया कि उन्हे अपने भांजे की गतिविधियों के बारे में पता नही था।

यहां एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने मुख्यमंत्री के सबसे करीबी सहयोगी और सालापुर गांव के सरपंच इकबाल सिंह और उनके बेटे बिंदर की ऑडियों रिकॉर्डिंग भी जारी की जिसमें उन्होने मुख्यमंत्री के आर्शीवाद से चल रहे पूरे अवैध रेत खनन अभियान के बारे में विस्तार से बताया। ऑडियो-रिकॉर्डिंग, जो दर्शन सिंह द्वारा की गई थी, जिसने रेत माफिया के सदस्यों को बेनकाब करने के लिए उनसे मित्रता की थी। यहां तक कि इकबाल सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन्हे किसी से भी डरने और जंगलात जमीन पर खनन करने के लिए कहा था। इसमें यह भी बताया गया कि कैसे एक फॉरेस्ट गार्ड को पीटकर चुप करवा दिया गया। रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि माफिया ने नदी के तल से रेत निकालने के लिए नांवों और र्फोक लिफ्टों का इस्तेमाल कर रहे थे।

ऑडियों रिकॉर्डिंग के अनुसार इकबाल सिंह ने कहा कि संबंधित डीएफओ ने उन्हे सभी ड्राइवरों को अपना नंबर देने के लिए कहा था और व्यक्तिगत रूप से सुनिश्चित करेंगें कि उन्हे जंगलात जमीन पर रेत खनन की कोई समस्या न हो। यह भी खुलासा किया कि खदान में कुल 1.50 प्रति क्यूबिक फुट के हिसाब से चन्नी को जा रही थी। रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि जम्मू के राकेश चौधरी माफिया के पीछे सरगना हैं।

यह कहते हुए कि रिकॉर्डिंग ने साबित कर दिया है कि चन्नी, कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दूसरे के पर्याय हैं, स. मजीठिया ने कहा, ‘‘ यह भी निश्चित है कि इस अवैध गतिविधि की आय ए.आई.सी.सी को जा रही थी, यही कारण है कि कांग्रेस आलाकमान के साथ साथ नेताओं जैसे हरीश चौधरी यह कहकर चन्नी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्हे परेशान किया जा रहा है। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री के भांजे भूपिंदर हनी के बचाव में सामने आई, जो अवैध रेत खनन का रैकेट चला रहा था। यह साबित करता है कि हनी और चन्नी पैसे का इस्तेमाल एआईसीसी से संरक्षण खरीदने के लिए कर रहे थे। उन्होने कहा कि ‘ इस एंगल की भी अच्छी तरह से गहनता से जांच की जानी चाहिए।

स. मजीठिया ने आधिकारिक पृष्ठों पर विभिन्न तस्वीरों के माध्यम से चन्नी की नजदीकियां दिखाते हुए कहा कि हनी को ब्लैक कैट कमांडों और जिप्सी एस्कॉर्ट वाहन भी प्रदान किया गया था। उन्होने यह साबित करने के लिए तस्वीरें भी दिखाई कि हनी एक वाहन का उपयोग कर रहा था, जिस पर विधायक का स्टिकर चिपका हुआ था।

यह कहते हुए कि मुख्यमंत्री के पास खनन और पर्यावरण विभागों का प्रभार भी है, यह हितों के टकराव का मामला है, इसीलिए श्री चन्नी को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नही है।